Wednesday 23 December 2015

About Our Thinking….?

दोस्तो इस जमाने मे जो चीज आराम से मिल जाये उसकी कोई कीमत नही होती है| या फिर यू कहिये कि घर की मुरगी दाल बराबर |प्यार प्यार प्यार ….?आखिर क्या है ये प्यार ? हम सभी प्यार से परिचित है |लेकिन दुख इस बात का है कि हम लोगो को प्यार का सही अर्थ नही पता है|क्या एक लडका और लडकी का प्यार ही प्यार है| शायद नही |हम लोग प्यार को खोजते रहते है और सोचते है कि प्यार नही मिलता है |  कुछ कहते है कि मेरी जिन्दगी मे प्यार नही है | |  कौन कहता है हमारी जिन्दगी मे प्यार नही है |सच तो ये है कि घर की मुरगी दाल बराबर आज हमे जो प्यार करता है उसके प्यार की हमारे लिये कोई कीमत नही होति है |एक लडका लडकी के लिये ओर एक लड़की लड़के लिये सारी खुशिया कुर्बान कर देते है| ओर कहते है कि मुझे प्यार मिल गया |शायद हम भूल जाते है हमने उन सभी प्यार करने वालो के दिलो को चोट पहुचायी है जो हमे हमारे जन्म लेने के पहले से प्यार करते है |चाहे वो मॉ हो या दादी पापा हो या बाबा या तमाम लोग जो किसी ना किसी रिश्ते से हमे प्यार करते है| जब एक बच्चे का जन्म होता है तब से लेकर उसके बड़े होने तक मॉ उसकी शादी देखती है|कभी सोचा उसके दिल पर क्या बितती है जब उसे पता चलता है कि उसका लड़का मॉ की मर्जी के खिलाफ शादी करता है| कभी सोचा उस बाप पर क्या बितती है जिसकी जिन्दगी का सबसे बड़ा सपना अपनी बेटी को बिदा करना होता है| एक दिल के लिये हजार दिल तोड़ने को तैयार हो जाते है| पर क्यो…..? हमने उन हजार दिलो की कोई परवाह नही करते है | क्योंकि  घर की मुरगी दाल बराबर | दोस्तो हमें  उस चीज की कोई कीमत नही लगती है |जिसके लिये हमें मेहनत नही करनी पड़ती| हमे ुस लड़की के प्यार का एहसास नही होता है जिसे पाने के लिये हम मेहनत नही करते है | मैं आपसे ये नही कह रहा कि प्यार करना गलत है |बस आप लोगों से इतना कहना चाहूंगा कि जिन्दगी में कभी एक रिश्ते के लिये हजार रिशतों को नही तोड़ना | अगर हजार रिश्तो के साथ एक रिश्ता जुड़ जाता है | तो उससे अच्छा कुछ नही है |

लक्ष्य को कैसे निर्धारित करें …..?

दोस्तों मैं अपनी लाइफ में ये पहला ब्लॉग लिख रहा हूँ | मुझे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वाश है कि आपको ये अवश्य पसंद आएगा | 
अगर हम लोगों से पूछा जाये कि हमारा लक्ष्य क्या है? या हम लाइफ में क्या करना चाहते है ..? तो बहुत कम लोग ही इसका सही सही उत्तर दे पाए | कुछ लोग तो ऐसे होंगे जो सिर्फ पूछने वाले को संतुष्ट करने की कोशिश करेंगे |  पर अपनी अंतरात्मा को वो संतुष्ट नहीं  कर पाते है | दोस्तों सबसे पहले हमें ये समझ लेना चाहिए कि बिना लक्ष्य के जिन्दगी जीने का कोई महत्व नहीं होता है | हम लाइफ तो जी लेते है पर जब हम पीछे मुड कर देखते है तो हमरे पास पछताने कि अलावा कुछ नहीं होता है |  दोस्तों अगर हम आपने लक्ष्य को पाने कि कोशिश करते है और उसे नहीं पा पाते है | तो हमें उसका पछतावा नहीं होता  है | 
    दोस्तों हम सभी काम नहीं कर सकते | अगर किसी एक के पीछे भागा जाये तो कही बेहतर होगा | हमारे पास दिमाग तो बहुत है पर सबसे बड़ी समस्या है कि उसका प्रयोग नहीं करते है | 
    अब यहाँ पर आप ये सोच रहे होंगे कि अपना लक्ष्य कैसे चुने ?
आपको अपने आप से कुछ पूछना होगा……..
१   आपको क्या अच्छा लगता है .  मतलब आप करना क्या चाहते है ? अगर आप उस क्षेत्र को चुनेंगे जो आपको पसंद है तो आप उसे बहुत अच्छे से कर सकते है |  आप इससे अपना लक्ष्य चुन सकते है |
२ आपको  किस क्षेत्र में दक्षता हाशिल है ? अगर आप इसके आधार पर अपना लक्ष्य चुनते है | तो भी आप जल्दी सफल हो जाते है |
सभी की अपनी एक अगल पसंद होती है | कुछ लोग पैसा कमाना चाहते है | तो कुछ लोग शांत जीवन व्यतीत करना पसंद करते है | कुछ को सरकारी नौकरी अच्छी लगती है |
जैसे मुझे बिजनेस में रूचि है | मै बिजनेस के बारे में सोचता रहता हूँ उसी के प्लान बनाता हूँ | मेरी एक दोस्त है उसे सरकारी जॉब पसंद है | वो उसी के बारे में सोचती है | मेरा एक और दोस्त है उसे यही नहीं पता है कि वो करेगा क्या तो वो सब कुछ करना चाहता है | इस चक्कर में वो कुछ नहीं कर पा रहा है |
दोस्तों अब तक आप लोगो ने अपना लक्ष्य सोच लिया होगा | अगर नहीं सोचा है तो सोच लीजिये | 
 अब आप ये सोच रहे होंगे कि आप इसमें सफल होंगे या नहीं | दोस्तों मै आपसे यहाँ एक प्रश्न करना चाहूँगा | जब आप कोई गेम खेलते है तो क्या आपको पता होता है कि आप हार जायेंगे ? जबकि गेम में सिर्फ दो पहलु होते है हार या जीत वहा जीतने का मौका सिर्फ ५० प्रतिशत होता | लेकिन अपने लक्ष्य को पाने के असफल होने के मौका बहुत कम होता है  | फिर हम अपने लक्ष्य के लिए नकारात्मक क्यों सोचते है | आपको सिर्फ ये सोचना है कि आप सिर्फ और सिर्फ सफल ही होंगे | फिर डर कैसा ? 
   दोस्तों अब आप सोच रहे होंगे कि स्टार्ट कहाँ  से करें ? दोस्तों हमें एक बात ध्यान रखना चाहिए कि किसी भी को स्टार्ट सिर्फ जीरो से किया जा सकता है | सभी की शुरुआत जीरो से ही होती है | तो हमें भी अपने लक्ष्य की तरफ   जीरो से बढ़ना चाहिए | 
दोस्तों फिर देर किस बात कि लग जायो काम पर | आपको टाइम को याद रखना होगा | 
दोस्तों अगर आपको हमारा ब्लॉग पसंद आता है तो हमें एक मेल जरुर कीजियेगा | इससे हमें और आगे लिखने की प्रेरणा मिलेगी